अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस
२१ फरवरी को मनाया जाता है / From Wikipedia, the free encyclopedia
मातृभाषा दिवस २१ फरवरी को मनाया जाता है। १७ नवंबर (नवम्बर), १९९९ को यूनेस्को ने इसे स्वीकृति दी।
अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस | |
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शहीद मीनार , ढाका मेडिकल कॉलेज कैम्पस, बांग्लादेश में स्थित शहीद स्मारक ,२१ फरवरी १९५२ पर बांग्ला (बंगाली) भाषा के लिए बलिदान की स्मृति। | |
आधिकारिक नाम | अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस |
उद्देश्य | भाषायी और सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषावाद के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना। |
तिथि | २१ फरवरी |
आवृत्ति | वार्षिक |
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य है कि विश्व में भाषायी एवं सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिता को बढ़ावा मिले।
यूनेस्को द्वारा अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की घोषणा से बांग्लादेश के भाषा आन्दोलन दिवस (बांग्ला: ভাষা আন্দোলন দিবস / भाषा आन्दोलोन दिबॉश) को अन्तरराष्ट्रीय स्वीकृति मिली, जो बांग्लादेश में सन १९५२ से मनाया जाता रहा है। बांग्लादेश में इस दिन एक राष्ट्रीय अवकाश होता है।
२००८ को अन्तरराष्ट्रीय भाषा वर्ष घोषित करते हुए, संयुक्त राष्ट्र आम सभा ने अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के महत्त्व को फिर दोहराया है।
भारत में मध्यप्रदेश के और उत्तर प्रदेश के बहुत बड़े क्षेत्र में बुंदेलखंड में बुंदेलखंडी भाषा बोली जाती है और इसके बोलने वाले यद्यपि बहुत हैं तथापि बच्चों में अन्य भाषाओं के प्रति लगाव हो रहा है इसलिए इसके लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए एवं बुंदेलखंडी भाषा के उन्नयन तथा शासकीय प्रयोजनों में बोलनेकी कोशिश करना आवश्यक है।