![cover image](https://wikiwandv2-19431.kxcdn.com/_next/image?url=https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/4/4e/Computer_History_Museum_%25284145886786%2529.jpg/640px-Computer_History_Museum_%25284145886786%2529.jpg&w=640&q=50)
संख्या सिद्धान्त
From Wikipedia, the free encyclopedia
Jयह लेख संख्या पद्धति (number system) के बारे में नहीं है।
![Thumb image](http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/4/4e/Computer_History_Museum_%284145886786%29.jpg/640px-Computer_History_Museum_%284145886786%29.jpg)
संख्या सिद्धांत (Number theory) सामान्यत: सभी प्रकार की संख्याओं के गुणधर्म का अध्ययन करता है किन्तु विशेषत: यह प्राकृतिक संख्याओं 1, 2, 3....के गुणधर्मों का अध्ययन करता है। पूर्णता के विचार से इन संख्याओं में हम ऋण संख्याओं तथा शून्य को भी सम्मिलित कर लेते हैं। जब तक निश्चित रूप से न कहा जाए, तब तक संख्या से कोई प्राकृतिक संख्या, धन, या ऋण पूर्ण संख्या या शून्य समझना चाहिए। संख्यासिद्धांत को कार्ल फ्रेडरिक गाउस 'गणित की रानी' कहता था। संख्या सिद्धान्त, शुद्ध गणित की शाखा है।
'संख्या सिद्धान्त' के लिये "अंकगणित" या "उच्च अंकगणित" शब्दों का भी प्रयोग किया जता है। ये शब्द अपेक्षाकृत पुराने हैं और अब बहुत कम प्रयोग किये जाते हैं।