मुण्डा भाषाएँ
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मुण्डा एक भाषापरिवार है जिसे भारत तथा बांग्लादेश के लगभग १ करोड़ लोग बोलते हैं। यह ऑस्ट्रो-एशियाई भाषा-परिवार की एक शाखा है। इसका अर्थ है कि मुण्डा भाषा वियतनामी भाषा और खमेर भाषा से सम्बंधित है। भूमिज, हो, मुण्डारी और सन्ताली इस भाषासमूह की मुख्य भाषाएँ हैं।[1][2] भारत में मुण्डा के अलावा ऑस्ट्रो-एशियाई परिवार की दो अन्य शाखाएँ मिलती हैं: निकोबारी भाषाएँ तथा खसिक भाषाएँ।
सामान्य तथ्य मुण्डा भाषाएँ, भौगोलिक विस्तार: ...
मुण्डा भाषाएँ | |
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भौगोलिक विस्तार: |
भारत, बांग्लादेश |
भाषा श्रेणीकरण: |
ऑस्ट्रो-एशियाई
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उपश्रेणियाँ: |
खेरवारी (उत्तर)
कोरकू (उत्तर)
कोरापुट (रेमो, सवारा)
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आइसो ६३९-२ व ६३९-५: | mun |
भारत में मुण्डा भाषाओं का विस्तार |
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