गोरखपुर

भारत के उत्तर प्रदेश में एगो शहर From Wikipedia, the free encyclopedia

गोरखपुर
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गोरखपुर (Gorakhpur) गोरखपुर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में, पूर्वांचल क्षेत्र में राप्ती नदी के तीरे बसल एगो शहर बाटै। ई राज्य के राजधानी लखनऊ से 272 किलोमीटर पूरब में स्थित बा।बौद्ध और जैन धर्म से जुड़ाव, भगवान बुद्ध ने लगभग 600 ई.पू. रोहिणी नदी के किनारे राजसी वेश त्याग कर धर्म की खोज शुरू की, और क्षेत्र सिद्धार्थ एवं बौद्ध धर्म से जुड़ा रहा। ई गोरखपुर जिला, पूर्वोत्तर रेलवे मंडलगोरखपुर मंडल के प्रशासनिक मुख्यालय हवे। शहर में गोरखनाथ मठ, गोरखनाथ बाबा के मंदिर बा। 1963 से शहर में भारतीय एयरफोर्स स्टेशनो बाटै। हिंदू धार्मिक ग्रंथन के दुनिया के सबसे बड़ प्रकाशक गीता प्रेस भी गोरखपुर में बा जवना के स्थापना 1926 में इहाँ भइल रहे आ ई गीता, रामायण आ महाभारत जइसन नियर ग्रंथन के प्रकाशन करे ला आ पत्रिका कल्याण छापे ला।[नोट 1][2][3]

Quick facts गोरखपुर गोरखपुरگورکھپور‎, देश ...

तारामंडल, वाटर पार्क, गोरखपुर विश्वविद्यालय इहाँ के देखे लायक जगह बाटें। गोरखपुर से कुछ दूरी पर उत्तर-पूरुब तरफ बौद्ध तीरथ कुशीनगर बाटै जहाँ गौतम बुद्ध के परिनिर्वाण भइल रहल।

गोरखपुर रेलवे जंक्शन पर दुनिया के सभसे लमहर प्लेटफार्म बा जे 1.34 किमी लंबा बाटे।

गोरखपुर की लोक संस्कृति बेहद समृद्ध है—बिरहा, आल्हा, कजरी, कहरवा, फाग जैसे लोकगीतों व लोकनृत्यों के साथ महिलाओं की कढ़ाई-बुनाई, लकड़ी की नक्काशी भी प्रसिद्ध हैं।[4]

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नाम

शहर के नाम "गोरखपुर" नाथ संप्रदाय के संत बाबा गोरखनाथ के नाँव पर रखल गइल बाटे।[5][6] एकर मतलब होला "गोरखनाथ के निवास स्थान"।

भूगोल

गोरखपुर नेपाल बार्डर से लगभग 100 किलोमीटर, वाराणसी से 193 किमी, पटना से 260 किमी अउरी लखनऊ से 270 किलोमीटर दूर स्थित बा। ई पूर्वी उत्तर प्रदेश के बाढ़ के शिकार जिला में से एगो ह। पिछला 100 साल के आँकड़ा बतावे ला कि बाढ़ के तीव्रता आ आवृत्ति में काफी बढ़ती भइल बा आ हर तीन से चार साल पर चरम घटना घटे लीं। लगभग 20% आबादी बाढ़ से प्रभावित होले, ई कुछ इलाका सभ में सालाना होखे वाली घटना हवे, जेकरा चलते गरीब निवासी लोग के जान, स्वास्थ्य आ रोजी-रोटी के भारी नुकसान होला आ साथ ही साथ सार्वजनिक आ निजी संपत्ति के भी नुकसान होला।[7]

गोरखपुर राप्ती नदी के किनारे स्थित बा जवन घाघरा नदी के सहायक नदी ह। काफी बड़हन झील रामगढ़ ताल झील भी शहर के पूरबी हिस्सा में स्थित बाटे।

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जलवायु

गोरखपुर के जलवायु कोपेन जलवायु वर्गीकरण उपप्रकार सीडब्लूए (Cwa) (शुष्क-जाड़ा वाली नम उपोष्णकटिबंधीय जलवायु) हवे।[8]

More information गोरखपुर (1981-2010, एक्स्ट्रीम 1901-2013) खातिर जलवायु आँकड़ा, महीना ...

जनसंख्या

More information गोरखपुर शहर में धर्म (2011) ...

साल 2011 के भारतीय जनगणना के हिसाब से गोरखपुर के कुल जनसंख्या 673,446 बाटे जेह में 353,907 पुरुष आ 319,539 महिला रहलें। एकर लिंग अनुपात प्रति 1000 पुरुष पर 903 महिला बा। 0 से 6 साल के उमिर समूह के भीतर के आबादी 69,596 रहे। गोरखपुर में साक्षरता दर 75.2% रहे, जवना में पुरुष साक्षरता 79.4% आ महिला साक्षरता 70.6% रहे। गोरखपुर के 7+ आबादी के प्रभावी साक्षरता दर 83.9% रहे, जवना में से पुरुष साक्षरता दर 88.7% अउरी महिला साक्षरता दर 78.6% रहे। अनुसूचित जाति आ अनुसूचित जनजाति के आबादी क्रमशः 62,728 आ 2,929 रहल। गोरखपुर में 2011 में 112,237 घर रहलन।

2020 के एगो रिपोर्ट के मुताबिक, नगर निगम के सीमा में 31 गांव के शामिल कइल गइल बाने, जवना से आबादी बढ़ के 10 लाख से जादे हो गइल बा। शहर के क्षेत्रफल भी 2011 में 145.5 किमी2 से बढ़ के 226.6 किमी2 हो गइल बा।[10]

राज्य सरकार 22 नवंबर 2021 के गोरखपुर के मेट्रो शहर (महानगर) भी घोषित कइले बा। गोरखपुर नगर निगम के अलावा सरकार तीन नगर पंचायत आ आठ गो विकास प्रखंड के महानगर के हिस्सा घोषित कइले बा। एकरा खातिर शहरी विकास विभाग शहर के अधिसूचना जारी कइले बाटे। अपर मुख्य सचिव, शहरी विकास, अब गोरखपुर महानगर क्षेत्र, नगर निगम, नगर पंचायत पिपराइच, नगर पंचायत पीपीगंज, नगर पंचायत मुंडेरा बाजार, चरगावा, खोराबर, पिपराइच, सरदार नगर, पिपराउली, जंगल कौडिया, कैम्पियरगंज आ भाटहट विकास प्रखंड के पूरा इलाका के कवर कइल गइल बा। एकरा बाद गोरखपुर महानगर के आबादी लगभग 25 लाख होखी।[11]

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परिवहन

रेल परिवहन

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गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन

गोरखपुर रेल नेटवर्क से पूरा भारत से नीक से जुड़ल बाटै आ गोरखपुर रेलवे स्टेशन के इहाँ के मुख्य स्टेशन बा। मार्च 2021 ले एकर एगो प्लेटफारम दुनिया के सभसे लमहर प्लेटफारम 1366 मीटर के रहल।[नोट 2][12] फरवरी 2020 में, बागान आ प्राकृतिक आवरण बढ़ावे खातिर प्लेटफार्म नंबर 2 पर हाइड्रेंट पाइप पर सपोर्ट संरचना वाला 100 गो फूल के गमला बनावल गइल आ लगावल गइल।[13]

एह स्टेशन पर क्लास ए-1 रेलवे स्टेशन के सुविधा उपलब्ध बा। 6 अक्टूबर 2013 के गोरखपुर में दुनिया के सभसे लंबा रेलवे प्लेटफार्म बन गइल, रिमोडेल्ड गोरखपुर यार्ड के उद्घाटन के बाद, जेकर बिस्तार लगभग 1,355.40 मीटर (0.84 मील) लंबाई में बाटे।[14][15][16][17]

हवाई परिवहन

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महायोगी गोरखनाथ हवाईअड्डा

गोरखपुर में एयर फ़ोर्स के बेस हवे आ एही जे सिविलियन हवाईअड्डा भी बनवावल गइल बाटै जेकर नाँव महायोगी गोरखनाथ हवाईअड्डा बाटै।[18][19]

मेट्रो

गोरखपुर मेट्रो एगो लाइट मेट्रो परियोजना ह जवना में 2 लाइन बा औरी 27 स्टेशन लाइट रेल ट्रांजिट (एलआरटी) सिस्टम बा जवना के गोरखपुर में बनावे के मंजूरी मिलल बा। एकरा में दू गो गलियारा बाड़ें जे 27.84 किमी के दूरी पर बाटैं।[20] 1 दिसंबर 2021 के केंद्र सरकार गोरखपुर लाइट मेट्रो परियोजना के डीपीआर के भी मंजूरी देले बा।[21]

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संदर्भ

बाहरी कड़ी

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