गर्भाशय
स्तनधारियों में महिला यौन अंग / From Wikipedia, the free encyclopedia
गर्भाशय स्त्री जननांग है। यह 7.5 सेमी लम्बी, 5 सेमी चौड़ी तथा इसकी दीवार 2.5 सेमी मोटी होती है। इसका वजन लगभग 35 ग्राम तथा इसकी आकृति नाशपाती के आकार के जैसी होती है। जिसका चौड़ा भाग ऊपर फंडस तथा पतला भाग नीचे इस्थमस कहलाता है। महिलाओं में यह मूत्र की थैली और मलाशय के बीच में होती है तथा गर्भाशय का झुकाव आगे की ओर होने पर उसे एन्टीवर्टेड कहते है अथवा पीछे की तरफ होने पर रीट्रोवर्टेड कहते है। गर्भाशय के झुकाव से बच्चे के जन्म पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
गर्भाशय | |
---|---|
1. गोल लाइगामेंट 2. गर्भाशय 3. गर्भाशय कैविटी 4. गर्भाषय का आंतों से लगा सतह 5. वर्सिकल सतह (ब्लैडर की ओर) 6. गर्भाशय का फंडस 7. गर्भाशय का आकार 8. ग्रीवा कैनाल के पाल्मेट बल 9. ग्रीवा कैनाल 10. पिछला ओष्ठ 11. गर्भाशय ग्रीवा ओएस (बाहरी) 12. गर्भाशय का इस्थमस 13. गर्भाशय ग्रीवा का सुपर्वैजाइनल भाग 14. गर्भाशय ग्रीवा का वैजाइनल भाग 15. आंतरिक ओष्ठ 16. गर्भाशय ग्रीवा | |
लैटिन | Uterus |
ग्रे की शरीरिकी | subject #268 1258 |
धमनी | अंडाशयी शिरा, गर्भाशय शिरा, गर्भाशय शिरा की हेलिसाइन शाखाएं |
शिरा | गर्भाशय धमनियां |
पूर्वगामी | म्यूलरी वाहिनी |
एमईएसएच | {{{MeshNameHindi}}} |
गर्भाशय का ऊपरी चौड़ा भाग बाडी तथा निचला भाग तंग भाग गर्दन या इस्थमस कहलाता है। इस्थमस नीचे योनि में जाकर खुलता है। इस क्षेत्र को औस कहते है। यह 1.5 से 2.5 सेमी बड़ा तथा ठोस मांसपेशियों से बना होता है। गर्भावस्था के विकास गर्भाशय का आकार बढ़कर स्त्री की पसलियों तक पहुंच जाता है। साथ ही गर्भाशय की दीवारे पतली हो जाती है।
- स्त्री शरीर रचना का सामने का आरेख
- गर्भधारण के ५-६वें सप्ताह में भ्रूण
- गर्भाशय के वैसल