अधिवृक्क ग्रंथि
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अधिवृक्क ग्रन्थि (अंग्रेज़ी: adrenal gland या Suprarenal gland) कशेरुकी जीवों में पायी जाने वाली एक अंतःस्रावी ग्रन्थि है। यह वृक्क (गुर्दे) के ऊपर स्थित होती है। इनका मुख्य कार्य तनाव की स्थिति में हार्मोन निकालना है। मनुष्यों की दाहिनी अधिवृक्क ग्रंथि का आकार त्रिकोणाकार होता है जबकि बायीं अधिवृक्क ग्रन्थि अर्धचन्द्राकार होती है।[1]
अधिवृक्क ग्रंथि Adrenal gland | |
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अंतःस्रावी ग्रंथि | |
अधिवृक्क ग्रंथि | |
लैटिन | glandula suprarenalis |
ग्रे की शरीरिकी | subject #277 1278 |
तंत्र | अंतःस्रावी |
धमनी | superior suprarenal artery, middle suprarenal artery, Inferior suprarenal artery |
शिरा | suprarenal veins |
तंत्रिका | celiac plexus, renal plexus |
लसिका | lumbar glands |
पूर्वगामी | mesoderm, neural crest |
एमईएसएच | {{{MeshNameHindi}}} |
डोर्लैंड्स/एल्सीवियर | Adrenal gland |
अधिवृक्क ग्रन्थियाँ शरीर में सोडियम के नियंत्रण के लिए एल्डोस्टीरॉन नाम की हार्मोन उत्पन्न करती है और एपिनेफ्राइन नाम का हार्मोन उत्पन्न करती है जो हृदय पर अपना प्रभाव छोड़ती है। जब शरीर में ये हार्मोन कम उत्पन्न होता है तो पाचन क्रिया मन्द पड़ जाती है। मनुष्य को भूख नहीं लगती है, रक्तचाप गिर जाता है। इस प्रकार से उत्पन्न रोग को एडीसन रोग कहते है। लेकिन जब शरीर में ये ग्रन्थियाँ शरीर में अधिक हार्मोन उत्पन्न करते हैं तो स्त्रियों में दाढ़ी मूछें आदि नरों के लक्षण उभरने लगते हैं तथा बच्चों में आसाधारण गति के कारण जननांगों का विकास होने लगता हैं।