आत्मनिर्भर भारत
आत्मनिर्भरता को लक्षित करने वाली भारत सरकार की पहल / From Wikipedia, the free encyclopedia
आत्मनिर्भर भारत एक वाक्यांश है जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार ने देश की आर्थिक विकास योजनाओं के संबंध में उपयोग किया और लोकप्रिय बनाया। यह वाक्यांश मोदी सरकार की विश्व अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाने और इसे और अधिक कुशल, प्रतिस्पर्धी और लचीला बनाने के लिए मोदी सरकार की योजनाओं के लिए एक अध्यर्थक अवधारणा है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान का प्रथम लोकप्रिय उपयोग 2020 में भारत के कोविड-19-महामारी से सम्बन्धित आर्थिक पैकेज की घोषणा के दौरान हुआ था। तब से, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस वाक्यांश का उपयोग किया गया है। और प्रेस विज्ञप्तियों, बयानों और नीतियों में रक्षा मंत्रालय। सरकार ने भारत की नूतन राष्ट्रीय शिक्षा नीति और भारत के 2021 के केन्द्रीय बजट के सम्बन्ध में भी इस वाक्यांश का उपयोग किया है।
स्वदेशी आन्दोलन भारत के सबसे सफल पूर्व-स्वतंत्रता आंदोलनों में से एक था। 1947 और 2014 के बीच कई पंचवर्षीय योजनाओं में देश के पूर्व योजना आयोग द्वारा आत्मनैर्भर्य की अवधारणा का उपयोग किया गया है। टिप्पणीकारों ने उल्लेख किया है कि भारत स्वतंत्रता के बाद से ऐसी नीतियाँ बना रहा है और संस्थानों का निर्माण कर रहा है जो आत्मनैर्भर्य की वृद्धि करते हैं। निजी कम्पनियों और उनके उत्पादों को पेय पदार्थ, औटोमोटिव, सहकारी समितियों, वित्तीय सेवाओं और बैंकिङ, औषध निर्माण और जैव प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में आत्मनैर्भर्य के उदाहरण के रूप में माना गया है।