कर्म
जैसा कर्म वैसा फल / From Wikipedia, the free encyclopedia
साधारण बोलचाल की भाषा में कर्म (पालि : 'कम्म') का अर्थ होता है 'क्रिया'। व्याकरण में क्रिया से निष्पाद्यमान फल के आश्रय को कर्म कहते हैं। "राम घर जाता है' इस उदाहरण में "घर" गमन क्रिया के फल का आश्रय होने के नाते "जाना क्रिया' का कर्म है। लेकिन दर्शन की दृष्टि से कर्म का अलग ही अर्थ है।