पाकिस्तानी नौसेना
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पाकिस्तान नौसेना (उर्दू: پاکستان بَحْرِیَہ ; देवनागरीकृत : पाकिस्तान बहरिया ), पाकिस्तान सशस्त्र बल की नौसेना युद्ध शाखा है। यह रॉयल इंडियन नेवी से कर्मियों और उपकरणों के हस्तान्तरण के द्वारा अस्तित्व में आयी थी।
पाकिस्तान नौसेना | |
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پاک بَحْرِیَہ (देवनागरीकृत : पाक बहरिया ) | |
स्थापना | 14 अगस्त 1947 (1947-08-14)[Note 1] (76 साल, 9 माह ago) |
देश | पाकिस्तान |
प्रकार | नौसेना |
भूमिका | |
विशालता | 54,100 कुल कार्मिक[2]:73 [3]:33 [4][5] |
का भाग | पाकिस्तान सशस्त्र बल |
Garrison | नौसेना मुख्यालय, इस्लामाबाद, इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र |
आदर्श वाक्य | अरबी : अरबी: حَسْبُنَا اللَّهُ وَنِعْمَ الْوَكِيلُ उर्दू: ہمارے لیے اللّٰہ کافی ہے اور وہ بہترین کارساز ہے۔ ( अँग्रेजी: Allah is Sufficient for us - and what an excellent (reliable) Trustee (of affairs) is He!) [8] (Qur'an, 3:173) [9] हिन्दी : अल्लाह हमारे लिए पर्याप्त है और वही सबसे अच्छा सृजनकार है। (उर्दू वाक्य का हिन्दी भाषान्तरण) |
रङ्ग | |
वर्षगांठ | नौसेना दिवस: 8 सितम्बर |
Fleet | 2 विनाशक पोत 6 फ्रिगेट 2 कॉर्वेट 8 पनडुब्बी 10 Offshore Patrol Vessels 8 Fast Attack Craft 4 Patrol Craft 37 High Speed Boats |
युद्ध के समय प्रयोग | See list:
भारत पाकिस्तान युद्ध
सोमाली गृह युद्ध
War on Terror
UN Peacekeeping missions
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जालस्थल | paknavy.gov.pk |
सेनापति | |
महासेनापति (कमाण्डर्-इन्-चीफ़्) | राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी |
सभापति संयुक्त बलाधिकरणिक समिति | जनरल नदीम रज़ा |
नौसेनाबलाधिकरणिक (नौसेनाध्यक्ष) | नावाधिपति (ऐडमिरल) मोहम्मद अमजद खान नियाजी[10] |
उप-नौसेनाबलाधिकरणिक (उप-नौसेनाध्यक्ष) | उप-नावाधिपति (उप-ऐडमिरल) फ़ैसल लोधी |
बिल्ला | |
ध्वज | |
Jack | |
पोतध्वज | |
Roundel | |
प्रयुक्त वायुयान | |
हैलीकॉप्टर | Harbin Z-9 ऐरोस्पैटियल अलौटे Mil Mi-14 Westland Sea King |
गश्ती | ATR-72-500 Fokker F27-2000 Lockheed P-3C Orion Embraer Lineage 1000 |
आवीक्षी | GIDS Uqab EMT Luna X Hawker 850XP |
परिवहन | ATR 72-500 Fokker F27-2000 |
इसका प्राथमिक उद्देश्य इन उद्देश्यों के समर्थन में सैन्य प्रभाव, राजनयिक और मानवीय गतिविधियों के अभ्यास के माध्यम से राष्ट्रीय नीतियों को क्रियान्वित करके पाकिस्तान के सञ्चार की समुद्री लाइनों की रक्षा सुनिश्चित करना और पाकिस्तान के समुद्री हितों की रक्षा करना है।[11] [12] अपनी युद्ध सेवाओं के अलावा, नौसेना ने घरेलू मानवीय बचाव कार्यों का सञ्चालन करने के लिए अपनी युद्ध सम्पत्तियाँ जुटायीं हैं और साथ ही समुद्र में आतङ्कवाद को रोकने के लिये संयुक्त राष्ट्र द्वारा अनिवार्य बहुराष्ट्रीय कार्य बलों में भाग लिया है।[13][14]
पाकिस्तानी नौसेना एक स्वयंसेवी बल है। जो अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा करता है और संयुक्त राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में बहुराष्ट्रीय संघर्षों के समय और अरब खाड़ी राष्ट्रों और अन्य मित्र राष्ट्रों के सैन्य सलाहकार के रूप में कार्य करने के लिये हिन्द महासागर में बार-बार तैनात किया गया था।