माँग का नियम
सूक्ष्मअर्थशास्त्र में मौलिक सिद्धांत / From Wikipedia, the free encyclopedia
सूक्ष्मअर्थशास्त्र में, मांग का नियम कहता है कि, "सभी पहलुओं को बराबर रखते हुए , किसी वस्तु की कीमतों का गिरना (↓): उसकी मांग को बढ़ा देता है (↑); तथा किसी वस्तु की कीमतों का उठाना (↑) :उसकी मांग को गिरा देता है(↓)।"[1] दूसरे शब्दों में, मांग का कानून मूल्य और मात्रा के बीच एक व्युत्क्रम संबंध का वर्णन करता है जो की किसी वस्तु के लिए होता है। वस्तु का दाम और उपभोक्ता की आय की कीमतों को स्थाई माना जाता है।[2]हालांकि, मांग के कानून के कुछ संभावित अपवाद हैं, जैसे कि गिफ़ेन वस्तुएं और वीब्लेन वस्तुएं। मांग= वस्तु की मात्रा जिसे उपभोक्ता दिये मुल्य व आय पर खरिदने के लिए इच्छुक व समर्थ है उसे वस्तु की मांग कहते हैं