मोइनुद्दीन चिश्ती
सूफी संत (अल्लाह के वली), अजमेर वाले / From Wikipedia, the free encyclopedia
हजरत ख़्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की मज़ार अजमेर शहर में है। यह माना जाता है कि मोइनुद्दीन चिश्ती का जन्म ५३७ हिज़री संवत् अर्थात ११४३ ई॰ पूर्व पर्शिया के सिस्तान क्षेत्र में हुआ।[5] अन्य खाते के अनुसार उनका जन्म ईरान के इस्फ़हान नगर में हुआ। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के खादिम पूर्वजों के वंसज है। ख़्वाजा नवाब के नाम से भी जाना जाता है। ग़रीब नवाज़ इन्हें लोगों द्वारा दिया गया लक़ब है।[6]
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सामान्य तथ्य मोइनुद्दीन चिश्ती, धर्म ...
मोइनुद्दीन चिश्ती | |
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मुईनुद्दीन चिश्ती - मोइनुद्दीन चिश्ती | |
धर्म | इस्लाम |
पाठशाला | हनफ़ी, मतुरीदी |
आदेश | चिश्ती तरीक़ा |
व्यक्तिगत विशिष्ठियाँ | |
जन्म |
1 फरवरी 1143 CE सीस्तान या इस्फ़हान प्रांत [1] |
निधन |
15 मार्च 1236 CE अजमेर, राजस्थान, भारत |
शांतचित्त स्थान | अजमेर शरीफ़ दरगाह |
धार्मिक जीवनकाल | |
गुरु | ख़्वाजा अब्दुल्ला अंसारी,[2] Najīb al-Dīn Nakhshabī[2] |
शिष्य | Muḥammad Mubārak al-ʿAlavī al-Kirmānī,[3] Ḥāmid b. Faḍlallāh Jamālī,[3] ʿAbd al-Ḥaqq Muḥaddith Dihlavī,[3] Ḥamīd al-Dīn Ṣūfī Nāgawrī,[4] Fakhr al-Dīn Chishtī,[4] and virtually all subsequent mystics of the Chishtiyya order |
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