![cover image](https://wikiwandv2-19431.kxcdn.com/_next/image?url=https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/0/03/Ashoka_Maurya_Empire.png/640px-Ashoka_Maurya_Empire.png&w=640&q=50)
मौर्य राजाओं की सूची
From Wikipedia, the free encyclopedia
मौर्य साम्राज्य एक प्राचीन भारतीय साम्राज्य था। साम्राज्य की स्थापना चंद्रगुप्त मौर्य ने 322 ईसा पूर्व में की थी और यह 184 ईसा पूर्व तक चला था। मौर्य साम्राज्य पहला अखिल भारतीय साम्राज्य था। अपनी ऊंचाई पर, साम्राज्य ने भारतीय उपमहाद्वीप के अधिकांश हिस्से को जीत रखा था ।[1] मौर्य सम्राट राज्य के राजतंत्रीय प्रमुख थे और साम्राज्य पर पूर्ण शासन रखते थे।
मौर्य साम्राज्य चक्रवर्ती सम्राट | |
---|---|
मगध का अंतिम मौर्य शासक बृहद्रथ मौर्य 187 ईसा पूर्व – 184 ईसा पूर्व | |
विवरण | |
संबोधन शैली | प्रियदर्शन, सम्राट |
प्रथम एकाधिदारुक | चन्द्रगुप्त मौर्य (मगध के नंद सम्राट के बाद बनने वाले सम्राट के रूप में) |
अंतिम एकाधिदारुक | बृहद्रथ मौर्य |
स्थापना | 322 ईसा पूर्व |
विस्थापन | 184 ईसा पूर्व |
निवास |
|
नियुक्तिकर्ता | वंशानुगत |
दावेदार | पश्चवर्ती मौर्य राजवंश |
चंद्रगुप्त के मुख्यमंत्री कौटिल्य, जिन्हें कभी-कभी चाणक्य कहा जाता है, उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य को सलाह दी और साम्राज्य की विस्तार में योगदान दिया।[2] चंद्रगुप्त के पुत्र बिंदुसार ने लगभग 297 ईसा पूर्व सिंहासन संभाला। उन्होंने अपनी भूमि को बनाए रखते हुए साम्राज्य को सुचारू रूप से चलाया।[3] बिंदुसार के पुत्र, अशोक, मौर्य साम्राज्य के तीसरे सबसे महान् सम्राट थे।[4] अशोक ने अपने द्वारा जारी किए गए शिलालेखों के साथ उत्कीर्ण बड़े पत्थर के स्तंभों को खड़ा करके इतिहास पर अपनी छाप छोड़ी। अशोक की मृत्यु के बाद, उनके परिवार ने शासन करना जारी रखा, लेकिन साम्राज्य टूटने लगा। मगध के मौर्य राजवंश में से अंतिम, बृहद्रथ था जिसकी हत्या उनके सेनापति, पुष्यमित्र शुंग ने की थी, जिन्होंने 185/184 ईसा पूर्व में शुंग साम्राज्य की स्थापना की थी, इसके बाद मगध के मौर्य शासन का अंत हो गया , किंतु कई छोटे मौर्य राजवंश अन्य छेत्रों में तब भी कई सदियों तक शासन करते रहे।[5]
![Thumb image](http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/0/03/Ashoka_Maurya_Empire.png/640px-Ashoka_Maurya_Empire.png)