रामानुज
भारतीय वेदान्त दार्शनिक रामानुजाचार्य (1017-1137) / From Wikipedia, the free encyclopedia
रामानुजाचार्य ( जन्म: १०१७ - मृत्यु: ११३७ ) विशिष्टाद्वैत वेदान्त के प्रवर्तक थे। वह ऐसे वैष्णव सन्त थे जिनका भक्ति परम्परा पर बहुत गहरा प्रभाव रहा।
सामान्य तथ्य रामानुजाचार्य, जन्म ...
रामानुजाचार्य | |
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रामानुजाचार्य | |
जन्म |
लक्ष्मण १०१७ ईसवी सन्। श्रीपेरुमबुदुर, चोल साम्राज्य (वर्तमान तमिलनाडु, भारत) |
मृत्यु |
११३७ ईसवी सन्। श्रीरंगम, तमिल नाडु, भारत |
गुरु/शिक्षक | श्री यामुनाचार्य |
खिताब/सम्मान | श्रीवैष्णवतत्त्वशास्त्र के आचार्य |
साहित्यिक कार्य | वेदान्तसंग्रहम्, श्रीभाष्यम्, गीताभाष्यम्, वेदान्तदीपम्, वेदान्तसारम्, शरणागतिगद्यम्, श्रीरंगगद्यम्, श्रीवैकुण्ठगद्यम्, नित्यग्रन्थम् |
धर्म | हिन्दू |
दर्शन | विशिष्टाद्वैत |
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रामानुजाचार्य दर्शन का आधार वेदान्त के अलावा सातवीं से दसवीं शताब्दी के रहस्यवादी एवं भक्तिमार्गी आलवार सन्तों के भक्ति-दर्शन तथा दक्षिण के पंचरात्र परम्परा थी।
रामानुजाचार्य की स्मृति में ५ फरवरी २०२२ (वसन्त पञ्चमी) को हैदराबाद में समता की प्रतिमा का अनावरण किया गया जो २१६ फुट ऊँची है।