रामायण
आदि धर्मग्रन्थ, संस्कृत महाकाव्य / From Wikipedia, the free encyclopedia
रामायण (संस्कृत : रामायणम् = राम + आयणम् ; शाब्दिक अर्थ : 'राम की जीवन-यात्रा'), वाल्मीकि द्वारा रचित संस्कृत महाकाव्य इतिहास है जिसमें श्रीराम की गाथा है। इसे आदिकाव्य[1] तथा इसके रचयिता महर्षि वाल्मीकि को 'आदिकवि'[2] भी कहा जाता है। संस्कृत साहित्य परम्परा में रामायण और महाभारत को इतिहास कहा गया है और दोनों सनातन संस्कृति के सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय ग्रन्थ हैं। रामायण के सात अध्याय हैं जो काण्ड के नाम से जाने जाते हैं। इसमें कुल लगभग २४,००० श्लोक[ख] हैं।इस रचना के अंतगर्त सूर्यवंशी क्षत्रिय राजपुत् [3] का उल्लेख मिलता है अधिकांश क्षत्रियो के कुलदेवता और देव के रूप में सूर्यदेव और श्रीराम को पूजा जाता है| तत्वकान्ड में भी उत्तरकांड को प्रक्षिप्त माना गया है ।[4] उसके बाद की संस्कृत एवं अन्य भारतीय भाषाओं के साहित्य पर इस महाकाव्य का बहुत अधिक प्रभाव है तथा रामकथा को लेकर अनेकों 'रामायण' रचे गये।