वाहिकाशोफ
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वाहिकाशोफ (बीई: एन्जियोडेमा) या क्विंके का शोफ़ एक ऐसा रोग है जिसमें चर्म (डर्मिस), उपचर्म उतक (सब क्युटेनियस टिश्यु), म्युकोसा और सबम्यूकोसल ऊतकों में तेजी से सूजन आ जाती है। यह बहुत कुछ पित्ती से मिलता-जुलता होता है, परन्तु पित्ती (urticaria) को आमतौर पर हाइव्स के नाम से जाना जाता है, यह उपरी चर्म को प्रभावित करता है। इस स्थिति के लिए शब्द वाहिकातंत्रिका शोफ़ (angioneurotic oedema) का उपयोग इस अवधारणा के आधार पर किया जाता था कि इसमें तंत्रिका तंत्र भी प्रभावित होता है परन्तु अब ऐसा माना जाता है कि इसमें तंत्रिका तंत्र पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। जिन मामलों में वाहिकाशोफ़ बहुत तेजी से बढ़ता है, उसका उपचार आपातकालीन चिकित्सा के रूप में किया जाना चाहिए क्योंकि ऐसे मामलों में वायुमार्ग में बाधा उत्पन्न हो सकती है और रोगी का दम घुट सकता है। जब वाहिकशोफ़ का कारण एलर्जी हो, तब एपिनेफ्रीन जीवन रक्षक का काम कर सकता है। वंशानुगत वाहिकाशोफ के मामले में, एपिनेफ्रिन उपचार में अधिक मददगार साबित नहीं होती है।
Angioedema वर्गीकरण एवं बाह्य साधन | |
Allergic angioedema. Note that this child is unable to open his eyes due to swelling. | |
आईसीडी-१० | D84.1, T78.3 |
आईसीडी-९ | 277.6, 995.1 |
ओएमआईएम | 606860 106100 610618 |
डिज़ीज़-डीबी | 13606 |
मेडलाइन प्लस | 000846 |
ईमेडिसिन | emerg/32 med/135 ped/101 |
एम.ईएसएच | D000799 |