सामजिक पूंजी
From Wikipedia, the free encyclopedia
सामजिक पूंजी -यह समाजशास्त्र में विक्सित की गयी एक नवीन अवधारणा है जिसके अनुसार सामजिक सम्बन्ध भी उत्पादकता को बढाते है जैसे कालेज शिक्षा और पेचकस किसी की उतापदाक्कता बढ़ा देहते है वैसे ही अनेक समूहों की सदस्यता और संपर्क भी उसकी उत्पादकता को बढ़ा देते है, यही कारण है की समाज में आज शोशल नेट्वर्किंग का इतना महत्त्व बढ़ गया है, ऑरकुट जैसे वेबसाइट के प्रचार के पीछे यह एक महत्वपूर्ण कारण है
इस लेख में अनेक समस्याएँ हैं। कृपया इसे सुधारने में मदद करें या वार्ता पृष्ठ पर इन समस्याओं पर चर्चा करें।
|