शीर्ष प्रश्न
समयरेखा
चैट
परिप्रेक्ष्य
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन
भारतीय राइट-विंग राजनैतिक दलों का गठबंधन विकिपीडिया से, मुक्त विश्वकोश
Remove ads
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (अंग्रेज़ी: National Democratic Alliance, N.D.A.) या राजग भारत के 40 राजनैतिक दलों का एक गठबन्धन है। इसका नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी करती है। मई 1998 में इस गठबंधन की घोषणा हुई थी जो उस समय ग़ैर कांग्रेसी सरकार के गठन के निर्माण में पहला कदम था। गठन समय इसके १३ सदस्य थे। शरद यादव को इसका संयोजक बनाया गया था, किन्तु उनके दल ने गठबन्धन से सम्बन्ध विच्छेद कर लिया।
वर्तमान समय में अमित शाह इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। इसके अलावा प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा में नेता हैं जबकि थावरचंद गहलोत राज्यसभा में नेता हैं। इसके नेता, नरेंद्र मोदी ने २६ मई २०१४ को भारत के प्रधानमन्त्री के रूप में शपथ ली। भारतीय आम चुनाव, २०१९ में, गठबन्धन ने आगे बढ़कर ४५.४३% के संयुक्त वोट शेयर के साथ अपनी ३५३ सीटों पर वृद्धि की।[1]
2024 के चुनावों में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने लोकसभा में 543 में से 293 सीटें हासिल कीं, लेकिन विपक्ष द्वारा शुरू में अनुमानित से ज़्यादा सीटें हासिल करने के बाद भाजपा ने अपना बहुमत खो दिया। विपक्षी गठबंधन भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडिया) ने 234 सीटें हासिल कीं, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सबसे ज़्यादा 99 सीटें जीतीं, जिससे पार्टी को 10 साल में पहली बार आधिकारिक विपक्ष का दर्जा मिला। सात निर्दलीय और गैर-गठबंधन दलों के दस उम्मीदवारों ने भी लोकसभा में सीटें जीतीं।[2][3][4]
7 जून 2024 को, मोदी ने भारत के 15वें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 293 सांसदों के समर्थन की पुष्टि की।[5] यह मोदी का प्रधानमंत्री के रूप में तीसरा कार्यकाल था और पहली बार उन्होंने गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया,[6] जिसमें आंध्र प्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी और बिहार की जनता दल (यूनाइटेड) दो मुख्य सहयोगी बनकर उभरीं।[7][8][9]
Remove ads
इतिहास
मई 1998 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की घोषणा हुई थी जो उस समय ग़ैर काॅन्ग्रेसी सरकार के गठन के निर्माण में पहला कदम था लेकिन एक वर्ष के भीतर ही ढह गया क्योंकि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके)ने अपना समर्थन वापस ले लिया। इसे और विस्तृत करने के लिये कुछ नये दलों के साथ मिलकर 1999 का लोकसभा चुनाव जीतने का नये सिरे से प्रयास किया गया। इसके परिणाम बेहतर निकले और राजग को पूरे पाँच साल के लिये तात्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के तहत सत्ता संचालित करने का अवसर मिला। वाजपेयी ने अपना कार्यकाल बेहतर ढँग से पूरा किया। 2004 के लोकसभा चुनाव जीतने की उम्मीद के साथ यह गठबन्धन पुन: मैदान में उतरा लेकिन कांग्रेस पार्टी नीत गठबन्धन को अन्य गुट निरपेक्ष पार्टियों से समर्थन मिलने से इसे विपक्ष में बैठना पड़ा। हालांकि कांग्रेस और राजग की प्रमुख पार्टी भाजपा को लोकसभा में मिली सीटों की संख्या में कोई बहुत बड़ा अन्तर नहीं था लेकिन बहुमत का जुगाड़ करने में भाजपा असफल रही।
Remove ads
संरचना
भारत में राजनीतिक दलों की मूल प्रवृत्ति गठबन्धन बनाने की कम और उसे तोड़ने की ज़्यादा रही है। इस प्रवृत्ति को देखते हुए राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबन्धन एक कार्यकारी बोर्ड या पोलित ब्यूरो के रूप में एक औपचारिक संरचना नहीं है अपितु यह व्यक्तिगत रूप से कुछ दलों के नेताओं की महत्वाकांक्षा को पूर्ण करने के लिये सीटों के उपचुनाव में साझा रणनीति बनाने के लिये एक समझौते जैसा लगता है। राष्ट्रहित के मुद्दों पर निर्णय लेने अथवा संसद में उन मुद्दों को उठाते समय दलों के बीच विभिन्न विचारधाराओं को देखते हुए कभी सहमति तो कभी असहमति जैसी कठिनाई आती है जिसके कारण सहयोगी दलों के बीच विभाजित मतदान के कई मामले भी देखने में आये हैं। इसके पहले संयोजक ज्योर्ज फ़र्नान्डिस के ख़राब स्वास्थ्य के कारण शरद यादव को इसका संयोजक नियुक्त किया गया था। परन्तु आगे चलकर वे भी इससे अलग हो गये।
Remove ads
अतीत और वर्तमान सदस्य
संसद में सीट
- स्रोत:[11]
Remove ads
प्रधानमंत्रियों की सूची
अधिक जानकारी: भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची
उप प्रधानमंत्रियों की सूची
अधिक जानकारी: भारत के उप प्रधानमंत्री
Remove ads
इन्हें भी देखें
- संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए), अब निष्क्रिय
- भारत के राजनीतिक दलों की सूची
- भारतीय राष्ट्रीय विकासशील समावेशी गठबंधन
सन्दर्भ
Wikiwand - on
Seamless Wikipedia browsing. On steroids.
Remove ads