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उमास्वामी
दार्शनिक, जैन विद्वान, सूत्रकार / From Wikipedia, the free encyclopedia
आचार्य उमास्वामी, जो कि उमास्वाति नाम से भी प्रसिद्ध है, बहुमुखी प्रतिभा के धनी भारतीय विद्वान तथा महान दर्शनिक थे। उन्होंने तत्त्वार्थसूत्र नामक महान और विद्वत्तापूर्ण कृति लिखकर दार्शनिक परम्परा की सूत्रशैली में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
सामान्य तथ्य उमास्वामी, धर्म ...
उमास्वामी | |
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![]() आचार्य उमास्वामी जी की प्रतिमा | |
धर्म | जैनधर्म |
अन्य नाम |
गृद्धपिच्छ शिवकुमार |
धार्मिक जीवनकाल | |
गुरु | आचार्य कुन्दकुन्द |
काम | तत्त्वार्थसूत्र |
बंद करें
आचार्य उमास्वामी, आचार्य कुन्दकुन्द के पट्टशिष्य थे और विक्रम की प्रथम शताब्दी के अन्तिम काल में तथा द्वितीय शताब्दी के पूर्वार्द्ध में भारतभूमि को सुशोभित कर रहे थे।
आचार्य उमास्वामी उन गौरवशाली आचार्यों में हैं, जिन्हें समग्र जैन आचार्य परम्परा में पूर्ण प्रामाणिकता एवं असीम सम्मान प्राप्त है।