कन्फ़्यूशियस
समाज सुधारक, लेखक तथा राजनेता / From Wikipedia, the free encyclopedia
दार्शनिक पृष्ठभूमि के लिहाज से दर्शन का अर्थ भविष्य में होने वाली उन तमाम गतिविधि से है जिसका अनुमान लगाया जाता है। अर्थात दूरगामी दृष्टि रखना। इसी में कन्फ्यूशियस दर्शन प्रमुख है। कंफ्यूशियसी दर्शन की शुरुआत 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व चीन में हुई। जिस समय भारत में भगवान महावीर और बुद्ध धर्म के संबध में नए विचार रख रहें थे, चीन में भी एक विचारक का जन्म हुआ, जिसका नाम कन्फ़्यूशियस था। उस समय झोऊ राजवंश का बसंत और शरद काल चल रहा था। समय के साथ झोऊ राजवंश की शक्ति शिथिल पड़ने के कारण चीन में बहुत से राज्य कायम हो गये, जो सदा आपस में लड़ते रहते थे, जिसे झगड़ते राज्यों का काल कहा जाने लगा। अतः चीन की प्रजा बहुत ही कष्ट झेल रही थी। ऐसे समय में चीन वासियों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने हेतु दार्शनिक कन्फ्यूशियस का आविर्भाव हुआ।
सामान्य तथ्य व्यक्तिगत जानकारी, जन्म ...
व्यक्तिगत जानकारी | |
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जन्म | खुङ त्सियू ल. 551 ईसा पूर्व |
मृत्यु | ल. 479 ईसा पूर्व |
वृत्तिक जानकारी | |
क्षेत्र | चीनी दर्शन |
विचार सम्प्रदाय (स्कूल) | कन्फ्यूशीवाद |
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