गढ़वाली भाषा
From Wikipedia, the free encyclopedia
गढ़वळि भारत के उत्तराखण्ड राज्य में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है। गड़वळी भाषा का प्राचीनतम स्वरूप वैदिक गड़वाळि है। जो परांत कुणिन्द गड़वाळी में विकसित हुई। मध्यकाल में गड़वाळी का आधुनिक स्वरूप विकसित होना शुरू हुआ। इसे गस्वाळी या खश गड़वाळी कहा गया। वर्तमान में गड़वाळी का वर्तमान स्वरूप श्री गड़वाळी कहलाता है।
यह लेख गढ़वाल क्षेत्र में बोली जाने वाली गढ़वाली भाषा के बारे में है। गढ़वाली संस्कृति के लिए, गढ़वाली लोग देखें।
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (जून 2015) स्रोत खोजें: "गढ़वाली भाषा" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
गड़वाळी का मानक स्वरूप गस्यी कहलावा है जोकि सलाणी, खशपर्या, श्रीनगरया और संस्कृत का मिश्राण है। गस्यी या गढ़ी जो कि मानक बोली है का क्षेत्रश्रीगड़वाळ है।