माओ से-तुंग
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के संस्थापक पिता (1893–1976) / From Wikipedia, the free encyclopedia
माओ से-तुंग या माओ ज़ेदोंग (毛泽东, Mao Zedong अथवा Mao Tse-tung; जन्म: २६ दिसम्बर १८९३; निधन: ९ सितम्बर १९७६) चीनी क्रान्तिकारी, राजनैतिक विचारक और साम्यवादी (कम्युनिस्ट) दल के नेता थे जिनके नेतृत्व में चीन की क्रान्ति सफल हुई। उन्होंने जनवादी गणतन्त्र चीन की स्थापना (सन् १९४९) से मृत्यु पर्यन्त (सन् १९७६) तक चीन का नेतृत्व किया। मार्क्सवादी-लेनिनवादी विचारधारा को सैनिक रणनीति में जोड़कर उन्होंनें जिस सिद्धान्त को जन्म दिया उसे माओवाद नाम से जाना जाता है।
माओ से-तुंग | |
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माओ से तुंग | |
जन्म |
२६ दिसम्बर १८९३ शाओशान, शिआंगतान, हूनान, चिंग राजवंश |
मौत |
९ सितम्बर १९७६ बीजिंग, चीन |
राष्ट्रीयता | चीनी |
उपनाम | माओ |
प्रसिद्धि का कारण | क्रान्ति, राजनीति |
राजनैतिक पार्टी | कम्यूनिस्ट पार्टी |
धर्म | नास्तिक |
जीवनसाथी |
लुओ यिशिउ (१९०७-१९१०) यांग काइहुइ (१९२०-१९३०) हे ज़िझेन (१९३०-१९३७) जांग चिंग (१९३९-१९७६) |
वर्तमान में कई लोग माओ को एक विवादास्पद व्यक्ति मानते हैं परन्तु चीन में वे राजकीय रूप में महान क्रान्तिकारी, राजनैतिक रणनीतिकार, सैनिक पुरोधा एवं देशरक्षक माने जाते हैं। चीनियों के अनुसार माओ ने अपनी नीति और कार्यक्रमों के माध्यम से आर्थिक, तकनीकी एवं सांस्कृतिक विकास के साथ विश्व में प्रमुख शक्ति के रूप में ला खड़ा करने में मुख्य भूमिका निभाई। वे कवि, दार्शनिक, दूरदर्शी महान प्रशासक के रूप में गिने जाते हैं।
इसके विपरीत, माओ के 'ग्रेट लीप फॉरवर्ड' (Great Leap Forward) और 'सांस्कृतिक क्रांति' नामक सामाजिक तथा राजनीतिक कार्यक्रमों के कारण गंभीर अकाल की सृजना होने के साथ चीनी समाज, अर्थव्यवस्था तथा संस्कृति को ठेस पहुंचाने की भी बातें की जाती हैं, जिसके कारण संसार में सन् १९४९ से १९७५ तक करोडों लोगों की व्यापक मृत्यु हुई बताई जाती हैं।[1] माओ संसार के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में गिने जाते हैं।[2] टाइम पत्रिका के अनुसार २०वीं सदी के १०० सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में माओ आते हैं।[3]