सलीम तृतीय
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सलीम तृतीय (उस्मानी तुर्कीयाई: سليم ثالث सेलिम-इ सालिस) (24 दिसम्बर 1761 – 28 जुलाई 1808) 1789 से 1807 तक उस्मानी साम्राज्य के सुल्तान रहे। अपने सुधारवादी नीतियों की वजह से यनीचरियों ने उन्हें बंदी बना लिया और अंत में उनकी हुकूमत को तख़्तापलट किया गया था। बाद में यनीचरियों ने उनके चचेरे भाई मुस्तफ़ा चतुर्थ को तख़्त पर बिठा दिया। अनजान हत्यारों द्वारा सलीम की हत्या की गई थी।
सामान्य तथ्य सलीम तृतीय سليم ثالث, 28वें उस्मानी सुल्तान (बादशाह) ...
सलीम तृतीय سليم ثالث | |
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इस्लाम के ख़लीफ़ा अमीरुल मुमिनीन उस्मानी साम्राज्य के सुल्तान कैसर-ए रूम ख़ादिम उल हरमैन अश्शरीफ़ैन | |
28वें उस्मानी सुल्तान (बादशाह) | |
शासनावधि | 7 अप्रैल1789 – 29 मई 1807 |
पूर्ववर्ती | अब्दुल हमीद द्वितीय |
उत्तरवर्ती | मुस्तफ़ा चतुर्थ |
जन्म | 24 दिसम्बर 1761 तोपकापी महल, क़ुस्तुंतुनिया, उस्मानिया |
निधन | 28 जुलाई 1808(1808-07-28) (उम्र 46) तोपकापी महल, क़ुस्तुंतुनिया, उस्मानिया |
समाधि | ललेली मस्जिद, इस्तांबुल |
पत्नियाँ | सफ़ीज़र क़ादन Kadın अयनसफ़ा कादन ज़िबिफ़र क़ादन तबसफ़ा क़ादन रफ़त क़ादन नूरशम्स क़ादन हुस्नुमाह क़ादन |
शाही ख़ानदान | उस्मानी |
पिता | मुस्तफ़ा तृतीय |
माता | महरशाह सुल्तान |
धर्म | सुन्नी इस्लाम |
तुग़रा |
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