उलूपी
कुन्ती पुत्र अर्जुन की पत्नी। / From Wikipedia, the free encyclopedia
उलूपी ऐरावत वंश नागराज शेषनाग के अनुज वासुकि और राजमता विषवाहिनी की दत्तक पुत्री थी। इन्द्रप्रस्थ की स्थापना के उपरांत जब अर्जुन राजदूत बन मैत्री अभियान पर निकले। उन्होने सर्वप्रथम नागलोक जाने का निश्चय किया वही उलूपी से उनका साक्षात्कार हुआ।
सामान्य तथ्य उलूपी, नाम: ...
उलूपी | |
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हिंदू पौराणिक कथाओं के पात्र | |
नाम: | उलूपी |
अन्य नाम: | नागकन्या |
संदर्भ ग्रंथ: | महाभारत विष्णुपुराण |
राजवंश: | ऐरावत |
माता-पिता: | कौरव्य नाग (पिता) |
जीवनसाथी: | अर्जुन |
संतान: | इरावान |
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उलूपी अर्जुन को देखकर उनपर विमुग्ध हो गयी। वह अर्जुन को पाताल लोक में ले गयी और उनसे विवाह करने का अनुरोध किया। अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर उसने अर्जुन को समस्त जलचरों का स्वामी होने का वरदान दिया।
विष्णु पुराण के अनुसार अर्जुन से उलूपी ने इरावान नामक पुत्र को जन्म दिया। उलूपी अर्जुन के सदेह स्वर्गारोहण के समय तक उनके साथ थी।