भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
भारतीय राजनैतिक दल / From Wikipedia, the free encyclopedia
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, (संक्षिप्त में, भा॰रा॰कां॰) अधिकतर कांग्रेस के नाम से प्रख्यात, भारत के प्रमुख राजनैतिक दलों में से एक हैं। कांग्रेस की स्थापना ब्रिटिश राज में 28 दिसंबर 1885 को हुई थी।[13] इसके संस्थापकों में ए॰ ओ॰ ह्यूम (थियिसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे।[14] 19वीं सदी के आखिर में और शुरूआत से लेकर मध्य 20वीं सदी में, कांग्रेस भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में, अपने 1.5 करोड़ से अधिक सदस्यों और 7 करोड़ से अधिक प्रतिभागियों के साथ, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरोध में एक केंद्रीय भागीदार बनी।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | |
---|---|
संक्षेपाक्षर | आईएनसी |
नेता | राहुल गांधी |
दल अध्यक्ष | मल्लिकार्जुन खड़गे |
संसदीय दल अध्यक्ष | सोनिया गांधी |
नेता लोकसभा | अधीर रंजन चौधरी |
नेता राज्यसभा |
मल्लिकार्जुन खड़गे (विपक्ष के नेता) |
गठन | 28 दिसम्बर 1885 (138 वर्ष पूर्व) (1885-12-28) |
मुख्यालय | २४, अकबर रोड, नई दिल्ली, ११०००१ |
गठबंधन |
|
लोकसभा मे सीटों की संख्या |
51 / 543 |
राज्यसभा मे सीटों की संख्या |
29 / 245 |
राज्य विधानसभा में सीटों की संख्या |
676 / 4,036 |
विचारधारा |
|
प्रकाशन |
|
रंग | आसमानी नीला |
विद्यार्थी शाखा | नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया |
युवा शाखा | भारतीय युवा काँग्रेस |
महिला शाखा | ऑल इंडिया महिला कांग्रेस |
श्रमिक शाखा | इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस |
किसान शाखा | किसान और खेत मजदूर कांग्रेस |
जालस्थल | inc.in |
Election symbol | |
भारत की राजनीति राजनैतिक दल चुनाव |
1947 में स्वतंत्रता के बाद, कांग्रेस भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बन गई। आज़ादी से लेकर 2014 तक, 16 आम चुनावों में से, कांग्रेस ने 6 में पूर्ण बहुमत जीता है और 4 में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया; अतः, कुल 49 वर्षों तक वह केंद्र सरकार का हिस्सा रही। भारत में, कांग्रेस के सात प्रधानमंत्री रह चुके हैं; पहले जवाहरलाल नेहरू (1947-64), लाल बहादुर शास्त्री (1964-66), इंदिरा गांधी (1966-77,1980-84) राजीव गांधी (1984-89) पी.वी. नरसिम्हा राव (1991-96) और मनमोहन सिंह (2004-2014) थे। 2014 के आम चुनाव में, कांग्रेस ने आज़ादी से अब तक का सबसे ख़राब आम चुनावी प्रदर्शन किया और 543 सदस्यीय लोक सभा में केवल 44 सीट जीती। तब से लेकर अब तक कांग्रेस कई विवादों में घिरी हुई ह