आदिवासी
भारत के जनजाति (ट्राइब) सभ खातिर इस्तेमाल होखे वाली शब्दावली / From Wikipedia, the free encyclopedia
आदिवासी भारतीय उपमहादीप में कुछ बिबिध बिसमरुपी जनसमूह सभ के कहल जाला।[1][2][3][4] ई शब्द संस्कृत के हवे जे 1930 के दशक में राजनीतिक कार्यकर्ता लोग द्वारा एह समूह सभ के लोगन के मूल-निवासी होखला के दावा करे आ भारत के मूल-निवासी पहिचान देवे खातिर गढ़ल गइल।[5] ई शब्द कई ठे जातीय (एथनिक) अल्पसंख्यक लोग खातिर भी प्रयोग होला, जइसे कि बांग्लादेश के चकमा, नेपाल के भूमिपुत्र खस, आ श्रीलंका के वेद्दा। भारत के संविधान में आदिवासी शब्द के प्रयोग कतहीं ना कइल गइल बा, एकरे बजाय अनुसूचित जनजाति आ जनजाति के जिकिर कइल गइल बा।[6] भारत सरकार जनजाति (ट्राइब) के मूल-निवासी (इंडीजीनस) के रूप में आधिकारिक तौर प मान्यता ना देवे ले। ई देस संयुक्त राष्ट्र के मूल निवासी आ आदिवासी लोग पर अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के कन्वेंशन 107 (1957) के अनुमोदन कइलस आ ILO कन्वेंशन 169 पर हस्ताक्षर करे से इनकार क दिहलस।[4] एह में से ज्यादातर समूह सभ के भारत में संवैधानिक प्रावधान सभ के तहत अनुसूचित जनजाति श्रेणी में सामिल कइल जाला।[6]