सीरिलिक लिपि
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सीरिलिक लिपि (या, सीरिलीय लिपि / Cyrillic) पूर्वी यूरोप और मध्य एशिया के क्षेत्र की कई भाषाओं को लिखने में प्रयुक्त होती है। इसे अज़्बुका भी कहते हैं, जो इस लिपि की वर्णमाला के शुरुआती दो अक्षरों के पुराने नामों को मिलाकर बनाया गया है, जैसे कि यूनानी वर्णमाला के दो शुरुआती अक्षरों - अल्फ़ा और बीटा - को मिलाकर अल्फ़ाबेट (Alphabet) यानि वर्णमाला बनता है। इस लिपि के वर्णों से जिन भाषओं को लिखा जाता है उसमें रूसी भाषा प्रमुख है। सोवियत संघ के पूर्व सदस्य ताजिकिस्तान में फ़ारसी भाषा का स्थानीय रूप (यानि ताजिक भाषा) भी इसी लिपि में लिखा जाता है। इसके अलावा बुल्गारियन, सर्बियन, कज़ाख़, मैसीडोनियाई, उज़बेक, यूक्रेनी तथा मंगोलियाई भाषा भी मुख्यतः इसी लिपि में लिखी जाती है। इस वर्णमाला को यूरोपीय संघ में आधिकारिक मान्यता प्राप्त है जहाँ केवल रोमन तथा यूनानी लिपि ही अन्य आधिकारिक लिपियाँ हhindi
सिरिलिक वर्णमाला | |
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प्रकार | वर्णमाला |
बोली जाने वाली भाषाएं | पूर्वी और दक्षिणी स्लावी भाषाएँ और भूतपूर्व सोवियत संघ की तक़रीबन सभी भाषाएँ |
काल | सिरिलिक के पुराने रूप ९४० ई से अस्तित्व में हैं |
मूल प्रणालियां |
फ़ोनीशियाई वर्णमाला
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बंधु प्रणालियां |
रोमन वर्णमाला कोप्ती (मिस्र) वर्णमाला अरमेनियाई वर्णमाला ग्लागोलिती वर्णमाला |
यूनिकोड रेंज |
U+0400 से U+04FF तक U+0500 से U+052F तक U+2DE0 से U+2DFF तक U+A640 से U+A69F तक |
ISO 15924 |
Cyrl Cyrs (पुराना चर्च स्लावोनी रूप)Cyrl Cyrs (पुराना चर्च स्लावोनी रूप) |
नोट: इस पन्ने पर यूनिकोड में IPA ध्वन्यात्मक चिह्न हो सकते हैं। |