आर्थिक विचारों का इतिहास
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आर्थिक प्रगति के विभिन्न चरणों में विभिन्न आर्थिक विचारकों द्वारा जो आर्थिक विचार व्यक्त किये गये, उनका सामूहिक नाम ही आर्थिक विचारों का इतिहास है।
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मनुष्य की विचार-शक्ति के साथ ही आर्थिक विचारों का भी जन्म हुआ। प्रो. अलेक्जेण्डर ग्रे के अनुसार मानव विचार के इतिहास में अर्थशास्त्र के सिद्धान्त के विधिवत नियमों का विकास भले ही हाल में हुआ हो परन्तु अर्थशास्त्र सम्बन्धी बातों के बारे में मनन और किसी हद तक विचार-विमर्श तभी से चला आ रहा है जब से मनुष्य ने विचारना शुरू किया था। अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मनुष्य सदा से ही आर्थिक प्रयत्न करता रहा है। जैसे-जैसे आर्थिक प्रगति हुई, आवश्यकताओं का भी विस्तार हुआ और मनुष्य के आर्थिक प्रयत्नों का स्वरूप भी बदलते हुए परिवेश में बढ़ने लगा। इस प्रकार आर्थिक विचारों का इतिहास बहुत प्राचीन है जो मानव के प्रारम्भिक आर्थिक प्रयत्नों से जुड़ा हुआ है।