दि इकॉनॉमिस्ट
ब्रिटिश साप्ताहिक समाचार और अंतर्राष्ट्रीय मामलों का प्रकाशन / From Wikipedia, the free encyclopedia
दि इकॉनॉमिस्ट (अंग्रेज़ी: The Economist) ब्रिटेन में लंदन से छपने वाली एक साप्ताहिक पत्रिका है। इसमें आर्थिक, राजनैतिक और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर लेख सम्मिलित होते हैं। सितम्बर १८४३ में इसका प्रकाशन शुरू हुआ और तब से यह लगातार छपती आ रही है।[2] २००६ में इसकी औसत साप्ताहिक बिक्री 15 लाख प्रतियों की थी जिसमें से लगभग आधी संयुक्त राज्य अमेरिका में बिक रहीं थी।
प्रकार | साप्ताहिक समाचार पत्रिका |
---|---|
प्रारूप | पत्रिका |
स्वामित्व | दि इकॉनॉमिस्ट ग्रुप |
संपादक | जॉन मिक्लेथवेट |
संस्थापना | सितम्बर 1843 |
राजनैतिक दृष्टिकोण |
आर्थिक उदारतावाद भूमंडलीकरण |
मुख्यालय |
25 सेंट जेम्स स्ट्रीट वेस्टमिंस्टर लंदन SW1A 1HGयूनाईटेड किंगडम |
वितरण | 1,574,803 (प्रिंट); 100,000 (भुगतान डिजिटल ग्राहक).[1] |
ISSN | 0013-0613 |
जालपृष्ठ | Economist.com |
दि इकानामिस्ट स्पष्टतया मुक्त बाजार आधारित पूंजीवाद और काफी हद तक दक्षिण पंथी राजनीति का समर्थक है किंतु वह कभी तथ्यों और आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ नहीं करता। वह इस मान्यता को लेकर चलता है कि तथ्य परमपावन होते हैं। मगर उनकी व्याख्या में अंतर दृष्टिकोण की भिन्नता के कारण हो सकता है।
दि इकानामिस्ट की स्थापना आज से 169 वर्ष पूर्व सितम्बर 1843 में जेम्स विल्सन के संपादकत्व में हुई थी। विल्सन ने कोलकाता में व्यापारी के रूप में काफी धन कमाया था। इस पत्र के तीसरे संपादक विल्सन के दामाद वाल्ट बेजहॉट बने और 1861 से 1877 तक रहे। वे एक प्रतिष्ठित विद्वान थे। आज भी मुद्रा बाजार के ऊपर उनकी पुस्तक 'लोम्बार्ड स्ट्रीट: ए डिस्क्रिप्शन ऑफ द मनी मार्केट' (जो पहली बार 1872 में छपी थी) बड़े चाव से पढ़ी जाती है। वर्तमान संपादक जॉन मिक्लेथ वेट की भू मंडलीकरण संबंधी पुस्तक 'ए फ्यूचर परफेक्ट' काफी बिकी है। इस पत्र के साथ अनेक महत्वपूर्ण लोग जुड़े रहे हैं। उदाहरण के लिए हम हर्बर्ट स्पेंशर का नाम ले सकते हैं जो 1848 से 1853 तक उपसंपादक के तौर पर कार्यरत रहे। कहा जाता है कि हर हफ्ते पत्र की 15 लाख से अधिक प्रतियां बिकती हैं जिसका आधा अमेरिकी लोग खरीदते हैं। 'दि इकानामिस्ट' के ऊपर मुख्य रूप से पियर्सन नामक कंपनी और रोथस्चाइल्ड नामक प्रसिध्द वित्तीय कारोबारी परिवार का दबदबा है। पियर्सन कंपनी ही 'फाइनेंशियल टाइम्स' नामक वित्तीय दैनिक निकालती है। जहां तक रोथस्चाइल्ड का सवाल है फ्रांसीसी क्रांति से लेकर अब तक उसकी विश्वव्यापी भूमिका बनी हुई है।[3]