शिवाजी
मराठा साम्राज्य के संस्थापक एवं मराठा कूर्मि कुल में जन्मे श्री छत्रपति शिवाजी महराज भोंसले / From Wikipedia, the free encyclopedia
छत्रपति शिवाजीराजे भोसले (१६२७ -१६८० ई.) भारत के एक महान राजा एवं रणनीतिकार थे जिन्होंने १६७४ ई. में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी। इसके लिए उन्होंने मुगल साम्राज्य के शासक औरंगज़ेब से संघर्ष किया। सन् १६७४ में रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ और वह "छत्रपति" बने।[1] तत्वदर्शी संत मिला होता तो शिवाजीराजे मोक्ष का मार्ग चुनते|
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शिवाजीराजे भोसले | |
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शककर्ता हिंदूधर्मोद्धारक मराठा साम्राज्य के छत्रपति | |
शासनावधि | ६ जून १६७४ – 4 अप्रैल १६८० |
राज्याभिषेक | ६ जून १६७४ |
पूर्ववर्ती | शाहजीराजे |
उत्तरवर्ती | सम्भाजीराजे |
जन्म | 20 अप्रैल 1627 शिवनेरी दुर्ग |
निधन | 4 अप्रैल 1680 रायगढ़ |
समाधि | रायगढ़ |
संतान | सम्भाजी, राजाराम, राणुबाई आदि. |
घराना | भोंसले ((कुर्मी)) |
पिता | शहाजीराजे |
माता | जीजाबाई |
छत्रपती शिवाजी महाराज ने अपनी अनुशासित सेना एवं सुसंगठित प्रशासनिक इकाइयों कि सहायता से एक योग्य एवं प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया। उन्होंने समर-विद्या में अनेक नवाचार किए तथा छापामार युध गोरिल्ला युद्धनीति Guerilla Warfare) की नई शैली (शिवसूत्र) विकसित की। गोरिल्ला युद्धनीति/छापामार युद्धनीति के जनक मराठा हि थे। उन्होंने प्राचीन हिन्दू राजनीतिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचारों को पुनर्जीवित किया और मराठी एवं संस्कृत को राजकाज की भाषा बनाया। वे भारतीय स्वाधीनता संग्राम में नायक के रूप में स्मरण किए जाने लगे। बाल गंगाधर तिलक ने राष्ट्रीयता की भावना के विकास के लिए शिवाजीराजे जन्मोत्सव की शुरुआत की।
मालोजीराजे भोसले (१५५२-१५९७) अहमदनगर सल्तनत के एक प्रभावशाली जनरल थे, पुणे चाकण और इंदापुर के देशमुख थे। मालोजीराजे के बेटे शहाजीराजे भी बीजापुर सुल्तान के दरबार में बहुत प्रभावशाली राजनेता थे। शहाजी राजे अपने पत्नी जिजाबाई से शिवाजी का जन्म हुआ।