चण्डीगढ़
पंजाब और हरियाणा की राजधानी। भारत का एक संघ शासित प्रदेश। / From Wikipedia, the free encyclopedia
चण्डीगढ़, (पंजाबी: ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ), भारत का एक संघ राज्यक्षेत्र है, जो दो भारतीय राज्यों, पंजाब और हरियाणा की राजधानी भी है। इसके नाम का अर्थ है चण्डी का किला। यह हिन्दू देवी दुर्गा के एक रूप चण्डिका या चण्डी के एक मन्दिर के कारण पड़ा है। यह मन्दिर आज भी शहर से कुछ दूर हरियाणा के पंचकुला जिले में स्थित है।[4] इसे सिटी ब्यूटीफुल भी कहा जाता है। चण्डीगढ़ राजधानी क्षेत्र में मोहाली, पंचकुला और ज़ीरकपुर आते हैं, जिनकी २००१ की जनगणना के अनुसार जनसंख्या ११६५१११ (१ करोड़ १६ लाख) है। भारत की लोकसभा में प्रतिनिधित्व हेतु चण्डीगढ़ के लिए एक सीट आवण्टित है। वर्तमान सत्रहवीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की श्रीमती किरण खेर यहाँ से संसद सदस्य हैं।[5] २०२० ईसवी से पूर्व चण्डीगढ में सेक्टर १३ नाम से कोइ सेक्टर नहीं था क्योंकि चण्डीगढ़ शहर के शिल्पकार ली कार्बूजियर इस अंक को अशुभ मानते थे। किन्तु फ़रवरी २०२० में संघ राज्यक्षेत्र प्रशासन द्वारा नगर के ८ क्षेत्रों को क्षेत्रक १३ अधिसूचित किया गया।
चण्डीगढ़ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ | |
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शहर और सङ्घ राज्यक्षेत्र | |
चण्डीगढ़ सङ्घ राज्यक्षेत्र | |
उपनाम: सुन्दर नगर (सिटी ब्यूटीफ़ुल) | |
देश | भारत |
उद्घाटन | आश्विन शुक्ल प्रतिपदा विक्रम सम्वत्त २०१० (अक्टूबर ७, १९५३) |
नाम स्रोत | देवी चण्डी |
शासन | |
• प्रणाली | सङ्घ शासन |
• सभा | भारत सरकार |
• राष्ट्रपति | द्रौपदी मुर्मू |
• प्रशासक | बनवारीलाल पुरोहित |
क्षेत्र | ११४ किमी2 (44 वर्गमील) |
ऊँचाई | ३२१ मी (1,053 फीट) |
जनसंख्या (2011)[1][2] | |
• उचित शहर | 9,61,587 |
• महानगर | 10,25,682 |
भाषा[3] | |
समय मण्डल | आइएसटी (यूटीसी+5:30) |
वेबसाइट | www |
इस शहर का नामकरण दुर्गा के एक रूप ‘चण्डिका’ के कारण हुआ है और चंडी का मंदिर आज भी इस शहर की धार्मिक पहचान है।[6] इस शहर के निर्माण में तत्कालीन प्रधानमन्त्री जवाहर लाल नेहरू की भी निजी रुचि रही है, जिन्होंने नए राष्ट्र के आधुनिक प्रगतिशील दृष्टिकोण के रूप में चण्डीगढ़ को देखते हुए इसे राष्ट्र के भविष्य में विश्वास का प्रतीक बताया था।[6] चण्डीगढ़ को तत्कालीन भारत राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद द्वारा १९५३ ई० में किया गया था।[7]
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर शहरी योजनाबद्धता और वास्तु-स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध यह शहर आधुनिक भारत का प्रथम योजनाबद्ध शहर है।[8] चण्डीगढ़ के मुख्य वास्तुकार फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर हैं, लेकिन शहर में पियरे जिएन्नरेट, मैथ्यु नोविकी एवं अल्बर्ट मेयर के बहुत से अद्भुत वास्तु नमूने देखे जा सकते हैं। शहर का भारत के समृद्ध राज्यों और संघ शसित प्रदेशों की सूची में अग्रणी नाम आता है, जिसकी प्रति व्यक्ति आय ९९,२६२ रु (वर्तमान मूल्य अनुसार) एवं स्थिर मूल्य अनुसार ७०,३६१ (२००६-०७) रु है।[9]