द्रौपदी मुर्मू
भारत का प्रथम नागरिक / From Wikipedia, the free encyclopedia
द्रौपदी मुर्मू (जन्म : २० जून १९५८) भारत की १५वीं और वर्तमान राष्ट्रपति के रूप में कार्यरत एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्य भी रह चुकी है ।[1] वह भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने वाली जनजातीय समुदाय से संबंधित पहली व्यक्ति हैं। मुर्मू, प्रतिभा पाटिल के बाद भारत की राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने वाली दूसरी महिला हैं।प्रबुद्ध सोसाइटी द्रौपदी मुर्मू को प्रबुद्ध महिला सम्राट से अलंकृत किया है!
द्रौपदी मुर्मू | |
---|---|
द्रौपदी मुर्मू | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण २५ जुलाई २०२२ | |
प्रधानमंत्री | नरेन्द्र मोदी |
उप राष्ट्रपति | वेंकैया नायडू जगदीप धनखड़ |
पूर्वा धिकारी | रामनाथ कोविन्द |
पद बहाल १८ मई २०१५ – १२ जुलाई २०२१ | |
मुख्यमंत्री | रघुवर दास हेमंत सोरेन |
पूर्वा धिकारी | सैयद अहमद |
उत्तरा धिकारी | रमेश बैस |
पद बहाल २००० – २००९ | |
पूर्वा धिकारी | लक्ष्मण मांझी |
उत्तरा धिकारी | श्याम चरण हंसदाह |
चुनाव-क्षेत्र | रायरंगपुर |
जन्म | 20 जून 1958 (1958-06-20) (आयु 65) उपरबेड़ा, मयूरभंज, ओडिशा, भारत |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
जीवन संगी | श्याम चरण मुर्मू |
बच्चे | ३ |
शैक्षिक सम्बद्धता | रमा देवी महिला विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर |
पेशा | राजनीतिज्ञ |
राष्ट्रपति पद को संभालने वाली ओडिशा की द्वितीय व्यक्ति हैं और देश की सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति हैं। मुर्मू भारत की आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति हैं।[2] राष्ट्रपति बनने से पहले उन्होंने २००० से २००४ के बीच ओड़िशा सरकार के मंत्रिमंडल में विभिन्न विभागों में सेवा दी। २०१५ से २०२१ तक झारखंड के नौवें राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला।