महाराजा महा सिंह
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सरदार महां सिंह (पंजाबी:(ਮਹਾਂ ਸਿੰਘ) (महान सिंह) (१७५६ - अप्रैल १७९२)[1]
[2]सुकेरचकिया मिसल के शासक थे। अपने पिता सरदार चरत सिंह की मृत्यु के बाद, वे सुकेरचकिया मिसल के नेतृत्व में सफल हुए। उनके बेटे महाराजा रणजीत सिंह को उन्होने अपना उत्तराधिकारी बनाया जिन्होंन सन:१७९९ मैं सिख साम्राज्य की स्थापना की। उन्हें जस्सा सिंह रामगढ़िया के साथ गठबंधन और कन्हैया मिसल की शक्ति को कम करने के लिए जाना जाता है। महा सिंह ने सबसे पहले मोगलचक के सरदार जय सिंह की बेटी माई मान कौर से शादी की, और दूसरी राज जीन्द के राजा गजपत सिंह की बेटी राज कौर से।
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सामान्य तथ्य महाराजा महा सिंह, सुकरचकिया मिस्ल के प्रमुख ...
महाराजा महा सिंह | |
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सुकरचकिया मिस्ल के प्रमुख | |
शासनावधि | १७७४ - १७९२ |
पूर्ववर्ती | चरत सिंह |
उत्तरवर्ती | महाराजा रणजीत सिंह |
जन्म | १७५६ गुजरांवाला, सुकेरचकिया मिसल |
निधन | अप्रैल १७९२ गुजरांवाला, सुकेरचकिया मिसल |
जीवनसंगी | सरदारनी राज कौर |
संतान | महाराजा रणजीत सिंह |
घराना | संधवालिया (जाट सिख) |
पिता | चरत सिंह |
माता | माई देसन |
धर्म | सिख |
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