हिमाचल प्रदेश
भारतीय राज्य / From Wikipedia, the free encyclopedia
हिमाचल प्रदेश (अंग्रेज़ी: Himachal Pradesh, उच्चारण [hɪmaːtʃəl prəd̪eːʃ] (सहायता·info)) उत्तर-पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। यह 21,629 मील² (56019 किमी²)[3] से अधिक क्षेत्र में फ़ैला हुआ है तथा उत्तर में जम्मू और कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के पश्चिम तथा दक्षिण-पश्चिम में पंजाब (भारत), दक्षिण में हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखण्ड तथा पूर्व में तिब्बत से घिरा हुआ है। हिमाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ "बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत" है।[4] हिमाचल प्रदेश को "देव भूमि" भी कहा जाता है। इस क्षेत्र में आर्यों का प्रभाव ऋग्वेद से भी पुराना है। आंग्ल-गोरखा युद्ध के बाद, यह ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार के हाथ में आ गया। सन 1857 तक यह महाराजा रणजीत सिंह के शासन के अधीन पंजाब राज्य (पंजाब हिल्स के सीबा राज्य को छोड़कर) का हिस्सा था।[5] सन 1956 में इसे केन्द्र शासित प्रदेश बनाया गया, लेकिन 1971 में इसे, हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम-1971 के अन्तर्गत इसे 25 जनवरी 1971 को भारत का अठारहवाँ राज्य बनाया गया।
भारत का राज्य | |
राजधानी | शिमला, (दूसरी राजधानी धर्मशाला) |
सबसे बड़ा शहर | शिमला |
जनसंख्या | 68,64,602 |
- घनत्व | 123 /किमी² |
क्षेत्रफल | 55,673 किमी² |
- ज़िले | १२[1] |
राजभाषा | हिन्दी, संस्कृत[2] |
गठन | २५ जनवरी १९७१ |
सरकार | हिमाचल प्रदेश सरकार |
- राज्यपाल | राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर |
- मुख्यमंत्री | सुखविंदर सिंह 'सुखु '(INC) |
- विधानमण्डल | एकसदनीय विधान सभा (68 सीटें) |
- भारतीय संसद | राज्य सभा (3 सीटें) लोक सभा (4 सीटें) |
- उच्च न्यायालय | हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय |
डाक सूचक संख्या | 17 |
वाहन अक्षर | HP |
आइएसओ 3166-2 | IN-HP |
himachal |
हिमाचल प्रदेश प्रतिव्यक्ति आय के अनुसार भारत के राज्यों में पन्द्रहवें स्थान पर है।[6] बारहमासी नदियों की बहुतायत के कारण, हिमाचल अन्य राज्यों को पनबिजली बेचता है जिनमे प्रमुख हैं दिल्ली, पंजाब (भारत) और राजस्थान। राज्य की अर्थव्यवस्था तीन प्रमुख कारकों पर निर्भर करती है जो हैं, पनबिजली, पर्यटन और कृषि।[7] हिंदु राज्य की जनसंख्या का 95% हैं और प्रमुख समुदायों में राजपूत, ब्राह्मण, घिर्थ (चौधरी), गद्दी, कन्नेत, राठी और कोली शामिल हैं। ट्रान्सपरेन्सी इंटरनैशनल के 2005 के सर्वेक्षण के अनुसार, हिमाचल प्रदेश देश में केरल के बाद दूसरी सबसे कम भ्रष्ट राज्य है।