सम्भाजी
शिवाजी महाराज के उत्तराधिकारी और मराठा साम्राज्य के दूसरे छत्रपति / From Wikipedia, the free encyclopedia
छत्रपती संभाजी महाराज (संभाजी) (छत्रपति संभाजी राजे भोसले या शंभूछत्रपती; 1657-1689) मराठा सम्राट और छत्रपती शिवाजी महाराज के उत्तराधिकारी थे। उस समय मराठों के सबसे प्रबल शत्रु मुगल बादशाह औरंगज़ेब था। बीजापुर और गोलकुण्डा का शासन हिन्दुस्तान से समाप्त करने में उनकी प्रमुख भूमिका रही। संभाजी राजे अपनी शौर्यता के लिये प्रसिद्ध थे।
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सामान्य तथ्य छत्रपती धर्मवीर संभाजीराजे शिवाजीराजे भोसले, मराठा साम्राज्य के दूसरे छत्रपती ...
छत्रपती धर्मवीर संभाजीराजे शिवाजीराजे भोसले | |
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मराठा साम्राज्य के दूसरे छत्रपती | |
शासनावधि | 20 जुलाई 1680 से 11 मार्च 1689 |
राज्याभिषेक | फाल्गुन वद्य द्वादशी 1681 रायगड |
पूर्ववर्ती | छत्रपती शिवाजी महाराज |
उत्तरवर्ती | राजाराम छत्रपतिजी |
जन्म | 14 मई 1657[1] पुरंदर किला, पुणे , महाराष्ट्र |
निधन | मार्च 11, 1689(1689-03-11) (उम्र 31) [[तुळापुर]] ,[[पुणे]] ,[[भारत]] |
जीवनसंगी | महारानी येसुबाई |
संतान | भवानी बाई शाहू |
पिता | छत्रपति शिवाजी महाराज |
माता | महारानी सईबाई |
धर्म | हिन्दू |
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संभाजीराजे ने अपने कम समय के शासन काल में 210 युद्ध किये और इसमे एक प्रमुख बात ये थी कि उनकी सेना एक भी युद्ध में पराभूत नहीं हुई। उनके पराक्रम की वजह से परेशान हो कर औरंगज़ेब ने कसम खायी थी के जब तक छत्रपती संभाजीराजे पकड़े नहीं जायेंगे, वो अपना किमोंश सर पर नहीं चढ़ाएगा। 11 मार्च 1689 को औरंगजेब ने छत्रपती संभाजी महाराज की बड़ी क्रूरता के साथ हत्या कर दी।