ताजमहल
आगरा में स्थित भारत का सुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल / From Wikipedia, the free encyclopedia
ताजमहल (उर्दू: تاج محل) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर मक़बरा , और विश्व के ७ अजूबों में से एक है। इसका निर्माण १७वीं सदी में मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था।[1]
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ताजमहल تاج محل | |
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स्थान | आगरा, भारत |
ऊँचाई | १७१ मी. (५६१ फ़ीट) |
निर्माण | १६३२-१६५३ [तथ्य वांछित] |
वस्तुशास्त्री | उस्ताद अहमद लाहौरी |
वास्तुशैली | मुगल |
दर्शक-पर्यटक | ३० लाख से अधिक (in २००३) |
प्रकार | सांस्कृतिक |
मानदंड | i |
मनोनीत | १९८३ (७वां सत्र) |
संदर्भ सं. | २५२ |
राष्ट्र | भारत |
क्षेत्र | एशिया-प्रशांत |
मुगल सम्राट शाहजहां के समय में मुगल वास्तुकला अपने चरम शिखर पर थी, ताजमहल उन सभी वास्तुकलाओं के उदाहरण में सर्वप्रसिद्ध है। ताजमहल मुग़ल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। इसकी वास्तु शैली फ़ारसी, तुर्क, भारतीय और इस्लामी वास्तुकला के घटकों का अनोखा सम्मिलन है। सन् १९८३ में, ताजमहल युनेस्को विश्व धरोहर स्थल बना। इसके साथ ही इसे विश्व धरोहर के सर्वत्र प्रशंसा पाने वाली, अत्युत्तम मानवी कृतियों में से एक बताया गया। ताजमहल को भारत की इस्लामी कला का रत्न भी घोषित किया गया है। साधारणतया देखे गये संगमर्मर की सिल्लियों की बडी- बडी पर्तो से ढंक कर बनाई गई इमारतों की तरह न बनाकर इसका श्वेत गुम्बद एवं टाइल आकार में संगमर्मर से[2] ढंका है। केन्द्र में बना मकबरा अपनी वास्तु श्रेष्ठता में सौन्दर्य के संयोजन का परिचय देते हैं। ताजमहल इमारत समूह की संरचना की खास बात है, कि यह पूर्णतया सममितीय है। इसका निर्माण सन् १६४८ के लगभग पूर्ण हुआ था।[1] उस्ताद अहमद लाहौरी को प्रायः इसका प्रधान रूपांकनकर्ता माना जाता है।[3] ताजमहल के निर्माण में लगभग २२ वर्षों का समय लगा।